संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination – CSE) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) जैसे शीर्ष प्रशासनिक पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है। UPSC Syllabus 2025 और इसके परीक्षा पैटर्न को समझना इस परीक्षा की तैयारी का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में हम UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2025 के पाठ्यक्रम, परीक्षा पैटर्न और महत्वपूर्ण विषयों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे, ताकि उम्मीदवार अपनी तैयारी को रणनीतिक और प्रभावी ढंग से शुरू कर सकें।

UPSC परीक्षा का ढांचा
UPSC सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination): यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है, जो उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट करने के लिए आयोजित किया जाता है।
- मुख्य परीक्षा (Main Examination): यह एक लिखित परीक्षा है, जिसमें उम्मीदवारों की गहन बौद्धिक और विश्लेषणात्मक क्षमताओं का आकलन किया जाता है।
- साक्षात्कार (Interview/Personality Test): अंतिम चरण में उम्मीदवारों की व्यक्तित्व, नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक योग्यता का मूल्यांकन किया जाता है।
प्रत्येक चरण का पाठ्यक्रम और पैटर्न अलग-अलग है, और इसे समझना सफलता के लिए आवश्यक है। आइए, इन चरणों को विस्तार से देखें।
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
प्रारंभिक परीक्षा दो पेपरों में आयोजित की जाती है, जो दोनों वस्तुनिष्ठ (Objective Type) होते हैं। प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होता है, और इसमें नकारात्मक अंकन (Negative Marking) लागू होता है (प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाते हैं)। प्रारंभिक परीक्षा केवल क्वालीफाइंग प्रकृति की होती है, और इसके अंक अंतिम मेरिट सूची में शामिल नहीं किए जाते।
पेपर I: सामान्य अध्ययन (General Studies – GS)
- अंक: 200
- प्रश्नों की संख्या: 100
- समय: 2 घंटे
- मुख्य विषय:
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ: राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर की महत्वपूर्ण घटनाएँ, जैसे नीतिगत बदलाव, अंतरराष्ट्रीय समझौते, और समसामयिक मुद्दे।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन: प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत का इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, और प्रमुख व्यक्तित्व।
- भारतीय और विश्व भूगोल: भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजव्यवस्था और शासन: संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोक नीति, और अधिकार-संबंधी मुद्दे।
- आर्थिक और सामाजिक विकास: सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, और सामाजिक क्षेत्र की पहल।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन: सामान्य पर्यावरणीय मुद्दे, जो विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं रखते।
- सामान्य विज्ञान: विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति, बुनियादी अवधारणाएँ।
तैयारी टिप्स: इस पेपर के लिए NCERT की किताबें (कक्षा 6 से 12), समाचार पत्र (जैसे The Hindu, Indian Express), और मासिक पत्रिकाएँ (जैसे Yojana, Kurukshetra) पढ़ना उपयोगी है। समसामयिक घटनाओं के लिए नियमित रूप से करेंट अफेयर्स मैगज़ीन और ऑनलाइन पोर्टल्स का अध्ययन करें।
पेपर II: सिविल सेवा अभिवृत्ति परीक्षा (CSAT)
- अंक: 200
- प्रश्नों की संख्या: 80
- समय: 2 घंटे
- न्यूनतम अर्हता: 33% अंक
- मुख्य विषय:
- समझ (Comprehension)
- संचार कौशल (Interpersonal Skills including Communication Skills)
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical Reasoning and Analytical Ability)
- निर्णय लेना और समस्या समाधान (Decision Making and Problem Solving)
- सामान्य मानसिक क्षमता (General Mental Ability)
- बुनियादी गणित (Basic Numeracy) (कक्षा 10 स्तर)
- डेटा व्याख्या (Data Interpretation) (कक्षा 10 स्तर)
तैयारी टिप्स: CSAT को क्वालीफाइंग पेपर होने के बावजूद हल्के में नहीं लेना चाहिए। गणित और तर्क के लिए नियमित अभ्यास करें। पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करना और मॉक टेस्ट देना उपयोगी होगा।
मुख्य परीक्षा (Main Examination)
मुख्य परीक्षा नौ पेपरों में आयोजित की जाती है, जो सभी वर्णनात्मक (Descriptive) प्रकृति के होते हैं। इसमें कुल 1750 अंक होते हैं, और यह उम्मीदवारों की गहन समझ, विश्लेषणात्मक क्षमता और लेखन कौशल का परीक्षण करती है। मुख्य परीक्षा में दो क्वालीफाइंग पेपर और सात मेरिट-आधारित पेपर शामिल हैं।
क्वालीफाइंग पेपर
- पेपर A: भारतीय भाषा (Indian Language) (300 अंक)
- उम्मीदवार को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से एक का चयन करना होता है (जैसे हिंदी, बंगाली, तमिल, आदि)।
- विषय:
- निबंध लेखन
- समझ
- संक्षेपण (Precis Writing)
- शब्दावली और उपयोग
- अनुवाद (अंग्रेजी से भारतीय भाषा और इसके विपरीत)
- न्यूनतम अर्हता: 25% अंक
- पेपर B: अंग्रेजी (English) (300 अंक)
- विषय:
- निबंध लेखन
- समझ
- संक्षेपण
- शब्दावली और उपयोग
- अनुवाद
- न्यूनतम अर्हता: 25% अंक
नोट: इन दोनों पेपरों के अंक मेरिट में शामिल नहीं किए जाते, लेकिन इन्हें पास करना अनिवार्य है।
मेरिट-आधारित पेपर
- पेपर I: निबंध (Essay) (250 अंक)
- उम्मीदवारों को दो खंडों में से प्रत्येक से एक-एक निबंध (लगभग 1000-1200 शब्द) लिखना होता है।
- महत्वपूर्ण क्षेत्र: सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, पर्यावरणीय, दार्शनिक मुद्दे, और समसामयिक विषय।
- तैयारी टिप्स: निबंध लेखन में स्पष्टता, संरचना और तार्किकता महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से निबंध लिखने का अभ्यास करें और समसामयिक मुद्दों पर विचार-विमर्श करें।
- पेपर II: सामान्य अध्ययन I (General Studies I) (250 अंक)
- विषय:
- भारतीय विरासत और संस्कृति
- भारत और विश्व का इतिहास
- भारत और विश्व का भूगोल
- समाज
- तैयारी टिप्स: NCERT किताबें, बिपिन चंद्रा की “India’s Struggle for Independence”, और भूगोल के लिए गोह चेंग लियांग की किताबें पढ़ें।
- पेपर III: सामान्य अध्ययन II (General Studies II) (250 अंक)
- विषय:
- शासन
- संविधान
- राजव्यवस्था
- सामाजिक न्याय
- अंतरराष्ट्रीय संबंध
- तैयारी टिप्स: लक्ष्मीकांत की “Indian Polity” और समाचार पत्रों में अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर लेख पढ़ें।
- पेपर IV: सामान्य अध्ययन III (General Studies III) (250 अंक)
- विषय:
- प्रौद्योगिकी
- आर्थिक विकास
- जैव-विविध Gorakhnath, पर्यावरण
- सुरक्षा
- आपदा प्रबंधन
- तैयारी टिप्स: आर्थिक सर्वेक्षण, बजट दस्तावेज, और पर्यावरण पर शंकर IAS की किताब पढ़ें।
- पेपर V: सामान्य अध्ययन IV (General Studies IV) (250 अंक)
- विषय:
- नैतिकता
- सत्यनिष्ठा
- अभिवृत्ति
- केस स्टडी
- तैयारी टिप्स: लेक्सिकन की “Ethics, Integrity, and Aptitude” और पिछले वर्षों के केस स्टडी हल करें।
- पेपर VI और VII: वैकल्पिक विषय (Optional Subject) (प्रत्येक 250 अंक, कुल 500 अंक)
- उम्मीदवार एक वैकल्पिक विषय चुनते हैं, जैसे इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन, आदि।
- तैयारी टिप्स: वैकल्पिक विषय का चयन रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर करें। मानक किताबें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन करें।
साक्षात्कार (Interview/Personality Test)
- अंक: 275
- उद्देश्य: उम्मीदवार की मानसिक सतर्कता, तार्किक सोच, नेतृत्व क्षमता, और सामाजिक गुणों का मूल्यांकन।
- तैयारी टिप्स: समसामयिक मुद्दों पर अपडेट रहें, आत्मविश्वास बनाए रखें, और मॉक इंटरव्यू का अभ्यास करें।
निष्कर्ष
UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2025 का पाठ्यक्रम व्यापक और गहन है, जो उम्मीदवारों से व्यापक ज्ञान, विश्लेषणात्मक क्षमता, और लेखन कौशल की मांग करता है। प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन और CSAT पर ध्यान दें, मुख्य परीक्षा में निबंध और वैकल्पिक विषय पर विशेष जोर दें, और साक्षात्कार के लिए व्यक्तित्व विकास पर काम करें। नियमित अध्ययन, मॉक टेस्ट, और समसामयिक मुद्दों पर अपडेट रहना सफलता की कुंजी है। NCERT किताबें, समाचार पत्र, और मानक संदर्भ पुस्तकें आपकी तैयारी को मजबूत करेंगी। इस परीक्षा में सफलता के लिए धैर्य, अनुशासन, और रणनीति जरूरी है।
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